नई दिल्ली । सरयू नदी के किनारे स्थापित किए जाने वाले मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की सबसे ऊंची प्रतिमा मानेसर में तैयार होगी। इसका 3डी डिजाइन तैयार हो चुका है। डिजाइन को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पसंद भी कर लिया है। इससे उम्मीद है कि श्रीराम मंदिर तैयार होने के साथ ही सरयू नदी के किनारे प्रतिमा स्थापित करने का काम शुरू हो जाएगा। प्रतिमा की ऊंचाई 823 फुट (लगभग 251 मीटर) होगी। यह पंच धातु से बनाई जाएगी। इसमें लगभग तीन हजार टन धातुओं का इस्तेमाल होगा। भगवान राम की प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से भी ऊंची होगी, जिसकी ऊंचाई 182 मीटर है। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सरयू नदी के किनारे भगवान श्रीराम की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित कराने का संकल्प कई साल पहले लिया था। तब श्रीराम मंदिर के निर्माण को लेकर अदालत में मामला चल रहा था। अब श्रीराम मंदिर का निर्माण काफी हद तक हो चुका है। इसे देखते हुए सरयू नदी के किनारे प्रतिमा स्थापित कराने के बारे में तैयारी शुरू हो चुकी है। मूर्तिकार नरेश कुमावत ने श्रीराम की 10 फुट की डमी प्रतिमा बनाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दिखा दिया है। मूर्ति बनाने का निर्देश आते ही काम शुरू कर दिया जाएगा। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट परिसर में स्थापित संविधान निर्माता भारतरत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा, नए संसद भवन में समुद्र मंथन का चित्र, आंधप्रदेश में 210 फुट की बाबा साहब डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा का निर्माण किया है। उनका कहना है कि भगवान श्रीराम की प्रतिमा बनाने का काम शुरू करने का निर्देश जिस दिन उनके पास आएगा, वह दिन उनके जीवन का अनमोल होगा। सरयू नदी के किनारे प्रतिमा के निर्माण पर भी पूरे देश की नजर है। ऐसे में निर्माण को लेकर उनका उत्साह चरम पर है। वह प्रतिदिन निर्देश आने का इंतजार कर रहे हैं। भगवान श्रीराम मंदिर के निर्माण को लेकर पूरी दुनिया में उत्साह का माहौल है। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी, उस दृश्य को देखने के लिए दुनिया के करोड़ों रामभक्तों की तरह उनके मन में भी जबर्दस्त उत्साह है। सौभाग्यशाली हैं जो श्रीराम मंदिर का निर्माण होता देख रहे हैं। सैकड़ों वर्षों के संघर्ष के बाद यह शुभ दिन आया है।