नई दिल्ली: दिल्ली के पर्यावरण को स्वच्छ और टिकाऊ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए आज उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL) द्वारा दिल्ली के 111 गाँवों में पाइप्ड नेचुरल गैस (PNG) सुविधा का विधिवत शुभारंभ किया. यह आयोजन द्वारका स्थित गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के सभागार में संपन्न किया गया. दिल्ली की मुख्यमंत्री ने कहा है कि दिल्ली के गांवों को प्रदूषण से बचाने और वहां हरित ऊर्जा की क्रांति लाने के लिए सभी गांवों को पीएनजी पाइप लाइन से जोड़ा जा रहा है. इस कड़ी में बचे 116 गांवों को भी पीएनजी से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है ताकि वहां के निवासियों को स्वच्छ, सुरक्षित और सुविधाजनक ईंधन मिल सके.

इस अवसर पर दिल्ली सरकार के शिक्षा मंत्री आशीष सूद, समाज कल्याण मंत्री रविंद्र इन्द्रराज सिंह, सांसद रामबीर सिंह बिधूड़ी, योगेंद्र चंदोलिया, कमलजीत सहरावत ,मुख्य सचिव धमेंद्र सहित और क्षेत्र के लोग उपस्थित रहे. उपराज्यपाल ने बताया कि आज आईजीएल द्वारा दिल्ली के 111 गाँवों में पाइप्ड नेचुरल गैस की शुरुआत केवल एक तकनीकी परियोजना नहीं, बल्कि एक उज्ज्वल और स्वच्छ भविष्य की ठोस नींव है. यह पहल न सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों को स्वच्छ, सुरक्षित और सस्ती ऊर्जा से जोड़ती है, बल्कि दिल्ली को एक पर्यावरण-अनुकूल और टिकाऊ राजधानी के रूप में आगे ले जाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है. यह कार्य ‘दिल्ली ग्रामोदय अभियान’ की भावना के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य है गांवों को भी शहरी स्तर की बुनियादी सुविधाओं से सुसज्जित कर, समग्र और संतुलित विकास सुनिश्चित करना.

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि आज का दिन केवल एक परियोजना की शुरुआत का नहीं, बल्कि दिल्ली के सतत विकास की दिशा में दो महत्वपूर्ण पहलुओं के उत्सव का दिन है. पहला राजधानी के 111 गाँवों में पाइप्ड नेचुरल गैस (PNG) की आपूर्ति शुरू की जा रही है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों को भी अब सुरक्षित, स्वच्छ और सुविधाजनक ईंधन की सीधी पहुँच मिलेगी और दूसरा माहिपालपुर स्थित सीएनजी स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं से लैस कर उसकी कार्यक्षमता को और बेहतर बनाया गया है. मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि ये दोनों कदम महज़ तकनीकी प्रोजेक्ट नहीं हैं, बल्कि भविष्य की बुनियाद रखने वाले परिवर्तनकारी प्रयास हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में मूलभूत व्यवस्थाओ को प्राथमिकता दी गई और उज्ज्वला योजना से लेकर हर घर शौचालय, बिजली और अब पाइप के माध्यम से रसोई गैस आपूर्ति तक, एक परिवर्तनकारी क्रांति की शुरुआत की. आज जब दिल्ली के 111 गाँवों में पीएनजी पाइपलाइन का उद्घाटन हो रहा है, तो यह सिर्फ एक सुविधा नहीं, बल्कि सुरक्षा और भरोसे की लौ है जो हर घर तक 24 घंटे उपलब्ध रहने वाली स्वच्छ ऊर्जा के रूप में पहुँच रही है. यह दिल्ली जैसे प्रदूषण से प्रभावित शहर के लिए न सिर्फ पर्यावरणीय राहत है, बल्कि जनस्वास्थ्य और महिलाओं की गरिमा की दिशा में भी एक बड़ा कदम है.

उन्होंने आगे कहा कि पहले चरण में 130 गाँवों को जोड़ा गया और अब दूसरे चरण में 111 गाँवों में पाइपलाइन पहुँच चुकी है, और शेष 116 गाँवों को भी इस वर्ष के अंत तक जोड़ने का लक्ष्य है. यह लौ, सिर्फ रसोई की नहीं, बल्कि विकास, भरोसे और पर्यावरण की सुरक्षा की प्रतीक है. मुख्यमंत्री ने इस कार्य के लिए आईजीएल को बधाई दी, जिन्होंने 13,000 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाकर दिल्ली के हर कोने को हरित ऊर्जा से जोड़ा है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दौर केवल आरोप-प्रत्यारोप का नहीं, बल्कि निरंतर कार्य और ठोस परिणामों का है. अब हर दिन कोई नया कार्य शुरू होता है, कोई नई परियोजना उद्घाटित होती है, और नीतियों का क्रियान्वयन धरातल पर दिखाई देता है. यही है हमारी 'डबल इंजन' की सरकार की विशेषता जहाँ केंद्र और दिल्ली सरकार मिलकर, एक ही मंच पर, सौहार्द्र और समन्वय के साथ जनता को उनका हक सौंपते हैं. दिल्ली को स्मार्ट, स्वच्छ और सस्टेनेबल शहर बनाने के लिए सरकार के सामने एक बड़ा विज़न है इस विज़न के तहत जो कार्य किए जा रहे हैं, वे सिर्फ बुनियादी विकास नहीं, बल्कि हरित क्रांति की ओर बढ़ते दिल्ली संकल्प के भाग हैं. जो आने वाले वर्षों में दिल्ली की पहचान को ही बदल देंगे.